वट सावित्री व्रत हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है जिसे सौभाग्य और संतान की प्राप्ति के लिए किया जाता है। वट सावित्री व्रत स्त्रियाँ अपने पति की लंबी आयु और संतान के कुशल भविष्य के लिए रखती है। यह व्रत ज्येष्ठ माह की अमावस्या को किया जाता है जिस में सभी सुहागन स्त्रियां वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ का पूजन करती है। इसीलिए इसे वरदगाई भी कहा जाता है।